Investment Tips : विदेशी बाजारों में कैसे करें निवेश, आसान तरीके से आप भी कर सकते हैं अमेरिका में कमाई

0
148

नई दिल्‍ली. भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) में अभी काफी उथल-पुथल चल रही है. सबसे ज्‍यादा निकासी विदेशी निवेशकों की देखी जा रही, जो अक्‍तूबर से अब तक करीब 2 लाख करोड़ रुपये बाजार से निकाल चुके हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्‍या वे विदेशी बाजारों में निवेश कर रहे.

अगर आपको लगता है कि अमेरिका, यूरोप अथवा अन्‍य किसी देश के शेयर बाजार में पैसे लगाकर आप ज्‍यादा कमाई कर सकते हैं, तो हम आपको इसका तरीका बताते हैं. आप भी घर बैठे अमेरिका के शेयर बाजार में पैसे लगाइए और मोटी कमाई कर सकते हैं. इसके लिए लिबरलाइज्‍ड रेमिटेंस स्‍कीम (एलआरएस) का चुनाव करना होगा.

ये भी पढ़ें – Gold ETF में करना है निवेश तो देखें एक साल में किसने दिया सबसे ज्‍यादा रिटर्न?

कैसे काम करता है एलआरएस

लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (एलआरएस) के तहत विदेशी शेयर बाजारों, बॉन्ड और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश कर बेहतर रिटर्न कमा सकते हैं. इसके लिए आईसीआईसीआई समेत कुछ बैंकों ने ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की है. कुछ फिनटेक कंपनियों और स्टार्टअप्स के आने से प्रक्रिया और आसान हो गई है. अब तक यह प्रक्रिया ऑफलाइन होती रही है, जिस कारण विदेशी बाजारों में निवेश के लिए बैंक के चक्कर लगाने पड़ते थे. अब ऑनलाइन मोड से भी आप निवेश कर सकते हैं.

अधिकतम 25 हजार डॉलर का निवेश

एलआरएस के तहत भारत के निवासी (वयस्क या अवयस्क) एक वित्तवर्ष में 2.5 लाख डॉलर (करीब 1.88 करोड़ रुपये) विदेशी शेयर बाजारों, बॉन्ड और ईटीएफ में निवेश कर सकते हैं. हालांकि, बैंकों ने ऑनलाइन तरीके से निवेश की सीमा 10,000 डॉलर से 25,000 डॉलर तय कर रखी है. आईसीआईसीआई बैंक के जरिये कुल एलआरएस सीमा का 10 फीसदी यानी 25,000 डॉलर तक विदेशी बाजारों में निवेश कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें – Fact Check: क्‍या आपने भी खरीद ली LIC की ‘कन्‍यादान’ पॉलिसी, जान लें हकीकत वरना डूब जाएगा पैसा

बाजार चुनने की पूरी आजादी

निवेशक किसी भी विदेशी बाजार में पैसे लगा सकते हैं, इस पर आरबीआई की ओर से कोई पाबंदी नहीं है. वैसे ग्‍लोबल मार्केट के मौजूदा हालात को देखते हुए अमेरिका और चीन में पैसे लगाना बेहतर रहेगा. यूक्रेन के साथ रूस का तनाव कम होने पर आप यूरोपीय बाजारों में भी निवेश कर सकते हैं.

Tags: Foreign investment, Share market