khaskhabar.com : शुक्रवार, 01 अक्टूबर 2021 6:33 PM
जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि आमजन में रक्तदान के प्रति जागरूकता की आवश्यकता कोरोना के इस दौर में और अधिक महसूस की जा रही है। उन्होंने कहा कि रक्तदान को लेकर आमजन में कई भ्रांतियां हैं, जिन्हें दूर करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि रक्तदान कर न केवल किसी की जिंदगी बचाई जा सकती है बल्कि कई बीमारियों से भी बचा जा सकता है। उन्होंने युवा वर्ग से अधिक से अधिक रक्तदान करने का आव्हान भी किया।
डॉ. शर्मा शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर राजस्थान स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बीते वर्ष में करीब 7.5 लाख यूनिट रक्त का संग्रहण हुआ था, जबकि इस वर्ष अगस्त माह तक करीब 4 लाख यूनिट का ही संग्रहण हुआ है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की आबादी के अनुसार करीब 8 लाख यूनिट रक्त की आवश्यकता पड़ती है लेकिन जागरुकता के अभाव में स्वैच्छिक रक्तदान की संख्या कम है।
रक्तदान से कई बीमारियों से बचाव संभव
चिकित्सा मंत्री ने इस मौके पर भवानी निकेतन पीजी महिला महाविद्यालय की ओर से रक्तदान के प्रति जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रारंभ किए गए ‘चिठ्ठी‘ अभियान का भी शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि रक्तदान के प्रति इस प्रकार के जागरुकता कार्यक्रमों को सरकारी अभियान का भी हिस्सा बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि चिठ्ठी अभियान में उन सभी बिंदुओं को सम्मिलित किया गया है जो कि आमजन में रक्तदान के प्रति भ्रांतियों को दूर करते हैं। उन्होंने कहा कि नियमित रक्तदान से किसी प्रकार की हानि शरीर को नहीं होती है, अपितु रक्तदान से कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
जागरूकता के लिए चलाई जा रही मोबाइल वैन
डॉ. शर्मा ने कहा कि प्रदेश में एनिमिया, कुपोषण जैसे रोगों से लड़ने के लिए भी सरकार की ओर से कई कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इन रोगों के मरीजों को रक्त की भी काफी आवश्यकता होती है। ऎसे में रक्तदान की महत्ता और अधिक हो जाती है। उन्होंने कहा कि रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए वर्तमान सरकार की ओर से 200 यूनिट रक्त संग्रहण की क्षमता वाली 14 वैन का भी संचालन किया जा रहा है। इनकी मदद से प्रदेश के दूर-दराज के क्षेत्रों में रक्तदान शिविरों का सफल आयोजन किया जा रहा है।
रक्तदाता को बनाएंगे ब्रांड एंबेसेडर
राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में चिकित्सा मंत्री ने रक्तदान में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली सामजिक संस्थाओं, मेडिकल कालेज व अस्पतालों, जिला स्तरीय ब्लड बैंक व निजी रक्तदाताओं को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि सम्मानित होने वाली संस्थाएं व निजी रक्तदाता ब्रांड एंबेसेडर के रुप में कार्य करें व अपने आसपास के लोगों को अधिक से अधिक रक्तदान के प्रति जागरुक करें। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्थाओं व निजी रक्तदाताओं को सरकारी जागरुकता वाले विज्ञापनों व कार्यक्रमों को हिस्सा बनाएं।
दुर्लभ ब्लड ग्रुप वाले करवाएं अस्पतालों में पंजीकरण
चिकित्सा, स्वास्थ्य व शिक्षा सचिव श्री वैभव गालरिया ने कहा कि वर्तमान में यदि किसी को रक्त की आवश्यकता है तो मजबूरीवश उसके परिवार के किसी सदस्य का रक्त आवश्यक रूप से लिया जाता है। उन्होंने कहा कि यदि दानदाताओं की संख्या अधिक हो और संग्रहण पर्याप्त हो तो सभी को आसानी से रक्त प्राप्त हो सकेगा और मजबूरी में रक्त देने की व्यवस्था भी समाप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों का ब्लड ग्रुप दुर्लभ है, उन्हें अपना पंजीकरण अस्पताल में कराना चाहिए जिससे कि जरुरत के समय अस्पताल ऎसे दानदाताओं से संपर्क कर सके।
रक्तदान के प्रति जागरुकता जरूरी
स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी के परियोजना निदेशक डॉ. रवि प्रकाश शर्मा ने कहा कि बीते वर्ष प्रदेश में करीब 6 हजार रक्तदान शिविरों के माध्यम से लगभग 7.5 लाख यूनिट रक्त का संग्रहण किया गया। उन्होंने बताया कि अगस्त माह तक करीब 3500 कैंप लगाकर 4 लाख यूनिट रक्त एकत्रित किया जा चुका है। रक्तदान के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ाने की आवश्यकता है। इसमें स्वयंसेवी संस्थाएं, अस्पताल, निजी रक्तदाता सभी के विशेष सहयोग की जरुरत है।
रक्तदान है महादान
जन स्वास्थ्य निदेशक डॉ. केके शर्मा ने रक्तदान को महादान बताया। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जागरुकता के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 177 ब्लड बैंकों के जरिए रक्त एकत्रित किया जा रहा है। उन्होंने विशेष रूप से युवाओं से रक्तदान के अभियान से जुड़ने का आह्वान किया।
रक्तदाताओं को मिला सम्मान
इस अवसर पर व्यक्तिगत रक्तदाता, राज्य स्तरीय स्वयंसेवी संस्था, जिला स्तरीय स्वयंसेवी संस्थाओं, मेडिकल कॉलेजों के रक्तदाताओं, जिला स्तरीय रक्तदाताओं को सम्मानित किया। इस दौरान 93 बार रक्तदान कर चुके श्री रवींदपाल सिंह कप्पा, 83 बार रक्तदान कर चुके श्री रामचंद्र मीणा, 84 बार रक्तदान कर चुके श्री बीएल मील, श्री रामनिवास, श्री राजीव झा, श्री पंकज जोशी, श्री मूलचंद जांगिड को भी सम्मानित किया गया जो कि खासा आकर्षण का केंद्र बने रहे। कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
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Web Title-Need to clear the misconceptions about blood donation among the general public – Raghu Sharma