नई दिल्ली. पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurveda) के संस्थापक बाबा रामदेव से पूंजी बाजार नियामक सेबी (SEBI) नाराज हो गया है. साथ ही सेबी ने पतंजलि की सहयोगी कंपनी रुचि सोया (Ruchi Soya) से पूछा है कि बाबा रामदेव ने नियामकीय नियमों (Regulatory Norms) का उल्लंघन क्यों किया. दरअसल, एक योग सत्र के दौरान बाबा रामदेव ने लोगों को रुचि सोया के शेयर्स (Ruchi Soya Stocks) में निवेश करने की सलाह दी थी. इससे कैपिटल मार्केट रेग्युलेटर सेबी नाराज हो गया है. इसके बाद सेबी ने रुचि सोया को पत्र लिखकर नाराजगी जताई है.
वीडियो क्लिप के आधार पर मांगा स्पष्टीकरण
सेबी ने पत्र में रुचि सोया से ट्रेडिंग नॉर्म्स के कथित उल्लंघन, फ्रॉड रोकने, गलत कारोबारी तरीकों और इनवेस्टमेंट एडवाइजर रेगुलेशंस को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही सेबी ने रुचि सोया के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (Ruchi Soya FPO) को संभाल रहे बैंकर्स और कम्प्लायंस टीम को नोटिस देकर बाबा रामदेव की ओर से दिए गए बयानों पर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है. इस पर बैंकर्स और कम्प्लायंस टीम ने जवाब भेज दिया है. सेबी ने रामदेव का एक वीडियो क्लिप सामने आने के बाद यह कदम उठाया है. इस वीडियो में रामदेव योग सत्र के दौरान लोगों से रुचि सोया के शेयर्स में निवेा करने को कह रहे हैं.
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कानूनी तौर पर इनसाइडर हैं बाबा रामदेव
पतंजलि आयुर्वेद ने दो साल पहले इनसॉल्वेंसी प्रोसेस में रुचि सोया का अधिग्रहण कर लिया था. रुचि सोया या पतंजलि आयुर्वेद में रामदेव की कोई व्यक्तिगत हिस्सेदारी नहीं है, लेकिन वह इन दोनों कंज्यूमर गुड्स ब्रांड्स का प्रतिनिधित्व करते हैं. वह रुचि सोया के नॉन-एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर हैं. इस लिहाज से वह कानूनी तौर पर इनसाइडर बन जाते हैं.
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