
मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के रविवार को निधन के बाद गोवा में गहराए सियासी संकट के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीएम पद की रेस में गोवा विधानसभा के अध्यक्ष प्रमोद सावंत सबसे आगे बताए जा रहे हैं. हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. न्यूज 18 की खबर के अनुसार बीजेपी की ओर से सीएम के लिए प्रमोद सावंत और विश्वजीत राणे के नाम सुझाए गए थे. प्रमोद सावंत गोवा विधानसभा के अध्यक्ष हैं जबकि विश्वजीत राणे मनोहर पर्रिकर कैबिनेट में स्वास्थ्य मंत्री थे. वह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी प्रमोद सावंत को सीएम के तौर पर देखना चाह रही थी क्योंकि गोवा की राजनीति में उनकी अच्छी पकड़ है. यही वजह है कि उनके नाम पर ही फिलहाल अंतिम मुहर लगी है.
इसके पहले कांग्रेस ने मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद सरकार बनाने के लिए फिर से दावा पेश किया था. कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात की और विधायकों के नाम सौंपे. कांग्रेस ने इससे पहले मनोहर पर्रिकर की तबीयत ज्यादा खराब होने पर राज्यपाल के सामने दावा पेश किया था. हालांकि, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्यपाल ने न तो उनके पत्र का जवाब दिया और न ही उन्होंने मिलने का समय दिया. आपको बता दें कि 40 सीटों वाले गोवा विधानसभा की 3 सीटें फिलहाल खाली है, जिन वपर 23 अप्रैल को उपचुनाव होना है. ऐसे में फिलहाल 37 सीटों में बहुमत का आंकड़ा 19 सीटों का है.
सत्तारूढ़ बीजेपी (12) के पास महाराष्ट्र गोमंतक पार्टी (3) गोवा फॉरवर्ड पार्टी (3) और 3 निर्दलीय समेत 21 विधायकों का समर्थन है जबकि कांग्रेस के पास 14 विधायक हैं. ऐसे में अगर बीजेपी के सहयोगी दलों का एक भी विधायक झटका देता है, तो बीजेपी गोवा में सरकार खो सकती है.गोवा के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडांकर ने दावा किया- सरकार बनाने के लिए कई गैर-कांग्रेसी विधायक उनके संपर्क में हैं. हम रणनीति तैयार कर रहे हैं, उम्मीद है कि जल्द ही राज्यपाल मृदुला सिन्हा हमें सरकार बनाने का मौका देंगी. इस बीच राज्यपाल मृदुला सिन्हा को लिखे पत्र में विपक्ष के नेता चंद्रकांत बाबू कवलेकर ने कहा कि पर्रिकर के निधन के बाद बीजेपी का कोई सहयोगी नहीं बचा है. लिहाजा सबसे बड़ी पार्टी होने के चलते कांग्रेस को सरकार बनाने का मौका दिया जाए.