khaskhabar.com : बुधवार, 29 सितम्बर 2021 6:05 PM
नई दिल्ली। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में दोबारा सरकार बनाने के लिए चुनावी मैदान में उतरने वाली भाजपा डबल इंजन की सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों के साथ-साथ पहाड़ी राज्य के मतदाताओं को भावनात्मक तौर पर भी लुभाने की कोशिश करेगी। भाजपा राज्य के विकास के लिए केंद्र की मोदी सरकार द्वारा कराए गए कामों के साथ-साथ राज्य सरकार द्वारा किए गए कामों की लिस्ट लेकर तो मतदाताओं के पास जाएगी ही लेकिन साथ ही राज्य गठन, बाबा केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण, पूर्व सैनिकों का सम्मान जैसे मुद्दों को भी उठाकर इमोनशली भी मतदाताओं को लुभाने की कोशिश करेगी।
भाजपा 2022 तक चारधाम ऑल वेदर रोड के तैयार होने , 2024 तक ऋषिकेश- कर्णप्रयाग रेलवे लाइन के पूरे होने , नमामि गंगे परियोजना के तहत 521 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू होने , हरिद्वार- देहरादून को पाइप लाइन गैस की सौगात मिलने , सौभाग्य योजना के तहत लगभग ढाई लाख घरों में बिजली पहुंचाने और राज्य में बड़े पैमाने पर पर्यटन से जुड़ी योजनाओं को हवाला देते हुए विकास , पर्यटन और इससे जुड़े रोजगार के क्षेत्र में बढ़ोतरी के आंकड़ों को लेकर मतदातओं के पास जाएगी। इसके साथ ही केंद्र सरकार की जनधन , स्वच्छ भारत अभियान, आयुष्मान जैसी योजनाओं की उपलब्धियों को भी आंकड़ों के साथ मतदाताओं तक पहुंचाया जाएगा। लेकिन साथ ही उत्तराखंड राज्य निर्माण के लिए चले आंदोलन, राज्य की स्थापना , पूर्व सैनिकों का सम्मान , केदारनाथ धाम का पुनर्निमाण और सिख धर्म से जुड़े धार्मिक स्थलों के विकास जैसे भावनात्मक मुद्दों को उठाकर भी मतदाताओं को लुभाने की कोशिश करेगी।
बुधवार को उत्तराखंड भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी तैयारियों पर चर्चा के दौरान पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने उत्तराखंड राज्य गठन के भावनात्मक मुद्दे को उठाते हुए पार्टी नेताओं को यह याद दिलाया कि संघर्ष के दिनों में भाजपा ने उत्तराखंड की जनता का साथ दिया था। पार्टी ने शुरू से ही उत्तराखंड राज्य की स्थापना का समर्थन किया था और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के कार्यकाल में ही उत्तराखंड राज्य की स्थापना की गई थी।
बुधवार को उत्तराखंड भाजपा के सभी शक्ति केंद्र संयोजकों और प्रभारियों की बैठक को वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस भावनात्मक मुद्दे को उठाकर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को यह स्पष्ट कर दिया कि उन्हे भी मतदाताओं के सामने जाकर केंद्र और राज्य के डबल इंजन की सरकारों के विकास कार्य को बताने के साथ-साथ, जनता की सेवा करने के साथ-साथ इन जैसे मुद्दों पर भी मतदाताओं को इतिहास याद दिलाना चाहिए।
जेपी नड्डा ने राज्य में चुनावी तैयारियों का जिक्र करते हुए कहा कि चुनाव जीतना भी जनता की सेवा का एक माध्यम है और चुनाव की असली लड़ाई बूथ पर ही होती है। बूथ जीता तो समझो चुनाव जीत लिया। इसलिए बूथ स्तर पर रणनीति बनाने और उसके बेहतर क्रियान्वयन के लिए सबकों तन्मयता से काम करना होगा। संगठन की तैयारियों का जिक्र करते हुए नड्डा ने यह भी बताया कि उत्तराखंड में कुल 14 जिले, 252 मंडल और 11234 बूथ है और जिले एवं मंडल स्तर पर पार्टी संगठन के गठन का कार्य 100 प्रतिशत पूरा हो चुका है।
जेपी नड्डा के साथ वर्चुअल बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के अलावा राज्य भाजपा के तमाम दिग्गज नेता, चुनावी प्रबंधन से जुड़े नेता, उत्तराखंड भाजपा के सभी शक्ति केंद्रों के संयोजक और प्रभारी भी मौजूद रहे।
बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को यह निर्देश भी दिया कि वो केंद्र और राज्य सरकार की तमाम उपलब्धियों को आंकड़ों के साथ राज्य की जनता के बीच लेकर जाए।
–आईएएनएस
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